सुसनेर। जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा,श्यामपुरा,सेमली एवं सालरिया ग्राम में स्थित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु आमजन में गो सेवा की भावना जागृत करने के लिए विगत 9 अप्रेल 2024 से चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 43 वें दिवस पर गोकथा में पधारे श्रोताओं को ग्वाल सन्त गोपालाचार्य स्वामी गोपालानंद सरस्वती ने खाटूश्याम जी महाराज के जन्म के बारे में बताते हुए कहां कि हिडिम्बा के पौत्र बर्बरीक का शीशदान सात्विक दान था और उस सात्विक दान से बर्बरीक स्वर्ग में मेहमान बनकर गये और जो स्वयं भगवान कृष्ण एक ब्राह्मण के रूप में बर्बरीक का शीश दान में मांगा था उस शीश को अमृत से स्नानकर उस शीश को महाभारत युद्ध को प्रत्यक्ष देखने का आशीर्वाद मिला ।और महाभारत युद्ध के बाद जब बर्बरीक के शीश से पूछा कि इस युद्ध में किस महाबली की भूमिका अधिक रही तो बर्बरीक के शीश ने बताया कि कौरव पांडव तो एक कठपुतली की तरह केवल कन्हैया की अंगुली पर नाच रहें थे ,बाकि सारा युद्ध तो स्वयं वासुदेव ही लड़ रहें थे ।बर्बरीक अगले जन्म में परम गोभक्त के रूप में मरुधरा में जन्मे और गोरक्षा हितार्थ गौघातीयों ने श्याम सिंह जी का सिर काट दिया था और उस कटे हुए सिर ने गो गौघातीयों को मारकर स्वयं कन्हैया उस सिर में समाहित हो गये ।और सीकर जिले के खाटू धाम के राजा की राधा नामक गोमाता के माध्यम से दुग्धाभिषेक के माध्यम से एक ही मूर्ति में त्रिदेव प्रगट हुए जो स्वयं श्याम दूसरे हिडिंबा के पौत्र बर्बरीक एवं तीसरा खाटू राजा के पूर्वज गोभक्त श्याम सिंह जी शीश के दानी के नाम से खाटू नरेश श्यामबाबा के नाम से पूजाऐं।
स्वामीजी ने बताया कि जिसके हाथ से गो सेवा एवं होटों पर श्याम का नाम हो तो भगवान को मिलने से कोई नहीं रोक सकता। अर्थात भगवान खाटू श्याम उन्ही भक्तों पर कृपा करते है जो साक्षात गौसेवा करते है ।
स्वामीजी ने आज ही के दिन प्रगट हुए मां छिनमस्ता एवं नृसिंह भगवान के जीवन वृतांत के बारे में श्रदालुओ को बताया ।
43वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान की पिडावा तहसील के खारपा कलां एवं सरवर ग्राम की ओर से:-
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 43 वें दिवस पर राजस्थान की झालावाड़ जिले की पिडावा तहसील के खारपा ग्राम के पंचपटेल मांगीलाल सेन,संतोष कुमार पाटीदार,सियाराम पाटीदार,कालूसिंह राजपूत,नेपाल सिंह सोंधिया,सत्यनारायण पाटीदार एवं घनश्याम पाटीदार व पिड़ावा तहसील के सरवर ग्राम के पंचपटेल गोपाल सिंह, थान सिंह किसान संघ अध्यक्ष,तूफान सिंह,बालू सिंह, शंकर सिंह,लाल सिंह, ईश्वर सिंह, गोविन्द सिंह, शंकर सिंह,उमराव सिंह,प्रधान सिंह, प्रताप सिंह,बाबू सिंह, मोड़ सिंह एवं सूरज के साथ दोनों ग्रामों के सेंकड़ों युवा एवं मातृ शक्ति अपने ग्राम की कुशल मंगल कामना के लिए अभयारण्य परिसर में विशाल चुनरी यात्रा लेकर पधारे और कथा मंच पर पहुंचकर गोमाता को चुनरी ओढ़ाकर गोमाता का पूजनकर स्वामी गोपालानंद महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन, गोपुष्ठि यज्ञ करके यज्ञशाला की परिक्रमा कर उसके बाद सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
