देशभर के 5 हजार युवा गोचर बचाओ महाभियान में जुटेंगे – स्वामी गोपालानंद सरस्वती

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सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित “गोवंश रक्षा वर्ष” के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 268 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज एक कर्मयोगी महादेव हरिभाई देसाई जो एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता, विद्वान और लेखक थे उन्हें विभिन्न रूप से “गांधी के बोसवेल , गांधी के सुकरात के प्लेटो , साथ ही गांधी के बुद्ध के आनंद ” के रूप में वर्णित किया गया है, उन्हें एक शुक्रतारे के समान माना गया है जैसे शुक्रतारा अचानक छिप जाता है, उसी प्रकार महादेव भाई भी असमय काल के ग्रास बन गए।
स्वामीजी ने आंग्ल वर्ष 2025 के प्रथम दिवस पर कहां कि आज एक तारीख संकल्प का दिन है,तो आज हम सभी संकल्प ले कि हम रोज कम से कम 16 घंटे काम करेंगे ही और सचमुच आप दुनियां बदलने की इच्छा रखते है,फिर से हिन्दू राष्ट्र बनाने की अथवा फिर से भारत को विश्व गुरु बनाने की इच्छा रखते हो तो कम से कम 16 घंटे तो लगना ही पड़ेगा और वह भी गायमाता की सेवा में लग जाओ तो सर्वोत्तम है क्योंकि एक गायमाता सबकुछ देती है क्योंकि गायमाता वात्सल्य की प्रतिमूर्ति है और सचमुच कहें तो गायमाता से ही सबकुछ है,अगर गोसेवा कर दी तो सारे संसार में सतोगुण प्रकट हो जाएगा , हर घर में जिस दिन गईंया आ जाएगी सारे झगड़े खत्म हो जाएंगे और जिस दिन विश्व के हर घर में गईंया आ गई तो उस दिन से परमाणु बंब,तोपों,बंदूकों को बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और न ही मिशाइल परीक्षण की जरूरत पड़ेगी सब जगह लड्डू बटते ही नजर आएंगे इतना प्रेम बढ़ जाएगा । स्वामीजी ने गायमाता की चरणरज स्नान का महत्त्व बताते हुए कहां कि गायमाता की चरण
रज सब पापों का नाश का देती है,लेकिन आजकल गोमाता की चरणरज उड़ने का मौका ही हमने छीन लिया है अर्थात हम लोगों ने उनके विचरण करने की जगह चारागाह भूमि को कब्जे में कर लिया है और महाराज जी ने गोचर भूमि पर कब्जा करने वालों को चेताया कि आप गोमाता की गोचर से अपना कब्जा छोड़ दीजिए वरना हमें इसके लिए आगे आना होगा ओर देशभर के 5000 युवा गोकथाओं के माध्यम से जनजागृति करके गोचर भूमि पर कब्जा करने वालों के खिलाफ जनआंदोलन करेंगे ।


268 वे दिवस पर दिल्ली से श्रीमति ऊषा प्रदीप गर्ग, श्रीमति नीतू यशपाल गुप्ता,प्रमोद कुमार,रवींद्र कुमार , राजस्थान के बूंदी जिले की डाबी से युवराज राठौर ,कैलाश राठौर, नंदकिशोर राठौर,राधेश्याम राठौर,पूजा चंद्रवाल , मोहनी बाई राठौर,रामपुरिया सरपंच अर्जुन सिंह,महेश शर्म व माचलपुर तहसील के मऊ ग्राम से धीरज सिंह,नीरज सिंह राजपूत सतीश कुमार नागर, सतीश कुमार एवं नीरज सिंह आदि अतिथि उपस्थित रहें
एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 268 वें दिवस पर राजगढ़ के DYSP श्री रूपेश डांगी ने विश्व के प्रथम गो अभयारण्य का अवलोकन कर अभयारण्य में विराजित 6000 गौमाताओं के दर्शन कर पूज्य स्वामी गोपालानंद जी महाराज का आशीर्वाद लिया उनके साथ गोभक्त श्री विजय सिंह एवं श्री कालू सिंह भी उपस्थित रहें

 

268 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 268 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के बूंदी जिले की ग्राम पंचायत सूतड़ा के पूर्व सरपंच स्वर्गीय विजय लाल प्रजापत की पुण्य स्मृति में उनके पुत्र मोहन लाल प्रजापत एवं मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले सोडन के तोला रन जी के परिवार की ओर से अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।

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Author: Dhenu News

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